संदेश

मार्च, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

कुमाउनी भाषा में लेखी किताब और उना्र लेखक

चित्र
••• ललित तुलेरा मो.-7055574602           कुमाउनी भाषाक इतिहास भौत पुरा्ण छु। कुमाउनीक लिखित रूप ११०५-०६ ई. बटी शुरू मानी गो । भाषा विद्वानोंक मानण छु कि कुमाउनी संस्कृत अपभ्रंश परंपराकि बोलिक -भाषकि रूप में पैंलिये बै परचलन में छि । ११००-१७०० ईं. तलक कुमाउनी बोलचाल, पत्र-ब्यौहार, और अभिलेखोंक भाषा रै । चंद राजाओंक शासन में कुमाउनी कैं राजभाषा दर्ज मिलौ पर उ बखतकि कुमाउनी और आजकि कुमाउनी में काफी फरक देखिण में ऊं। कुमाउनी बोलि बटी आ्ब भाषाक दर्ज में पूजि गे किलैकि इमें आ्ब अथा साहित्य लेखि हालौ और साहित्यिक तमाम विधाओं में रचना लेखिण रीं ।      कुमाउनीक पैंल कवि लोकरत्न पंत ‘गुमानी'  कैं मानी जां , उनर जनम १७९० ई. में भौछ। कुमाउनी में पैंली सिर्फ कविता लेखी गईं फिर आस्ते-आस्ते चिट्ठी , लेख, कहानी , निबंध समेत आ्ब साहित्यकि तमाम बिधाओं में रचना लेखिणई ।                        कुमाउनी भाषा में ४०० है सकर लेखक ऐलक बखत में लेखणई । कुमाउनी भाषाक ताकतक अंदाज उमें लेखी क...