‘राम चरित गीत’ : एक मूल्यांकन
डॉ.गीता खोलिया सह प्राध्यापकः हिंदी, सोबन सिंह जीना परिसर, अल्मोडा़ मो.- 9412042208 ( ‘रामचरित गीत’ कुमाउनी साहित्यकार पं. राम प्रसाद आर्य ज्यू द्वारा लेखी किताब छु। ) ‘राम चरित गीत’ नामक पुस्तकक शुरूआत में कुमाऊँ भूमि, कुमाउनी बोलिक प्रति भौतै श्रद्धा और आस्था ब्यक्त करणी वा्ल पं. राम प्रसाद आर्य ज्यूल श्री रामचंद्र ज्यूक का्थ कैं कुमाउनी में शुरू बटिक आंखिरी जांलै संक्षेप में लेखि राखौ। यमें न तो कोई सूची पत्र छु, न अध्याय छन और नाई कांड छन। य किताब कैं लेखणक मुख्य उद्देश्य लेखकक यई छु कि जब हमर देशक हर राज्यक, हर क्षेत्रक लोग अपुण-अपुण बोलि में बात करनी त हम कुमाउनी अपुण कुमाउनी बोलि में बात करण में शरम किलै करनू? हमन कैं लैं अपुण कुमाउनी कैं अघिल बढ़ौन में सहयोग करण चैं। लेखक य पुस्तक द्वारा आपणि मनकि भावना कैं मैंस-मैंस जाणै पुजौण चानी। पुस्तकक शुरूवात राम ज्यू प्रति अपुण अपार भक्ति और श्रद्धा करते हुए करनी लेकिन यैकै दगड़ कुमाऊँक भौगोलिक स्थितिक वर्णन करते हुए यांक समाज में फैली हुई बुराईनकि तरफ लै पााठकनक ध्या...