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कुमाउनी शब्दकोशों का इतिहास History of Kumauni Dictionaries - ललित तुलेरा

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म नखी इतिहास में शब्दकोशनक दिलचस्प यात्रा रई छु। मनखील जो भाषा निर्माण करौ वीक शब्दन कैं एकबट्यूणक काम हमर सभ्यताओंक भाषाई और सांस्कृतिक जरवतों दगाड़ जुड़ी हुई छु। शब्दकोशोंक इतिहास मानव इतिहासक प्राचीन सभ्यताओं बै देखण में मिलूं। मोसापोटामियांक सुमेरियन सभ्यता में ‘ सुमेरियन एकेडियन द्विभाषी सूची’ पैंल ज्ञात शब्दकोशों में गणी जां। यैक अलावा लै दुनियांक ज्ञात सभ्यताओं में विद्वानों द्वारा शब्दनक व्याख्या और परिभाषा करी जाणक प्रमाण मिलनी। जनूमें ‘ ऐर्या’ चीनी सभ्यता, ‘एलीमेंटरी’ लैटिन भाषाक यूरोपीय शब्दकोश, ‘ताज-अल-लुगह’ अरबी भाषाक, राॅबर्ट काॅड्री द्वारा ‘अ टेबल अल्फाबेटिकल ’ (1604 ई.) अङरेजी भाषाक पैंल शब्दकोश मानी जां। ऐल ‘ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी’ चर्चित कोशों में छु। यसिकै दुनियांक हर हिस्साक भाषाओं में कोश बणी छन।  हमर देश में लै शब्दकोशनकि समृद्ध परंपरा देखण में मिलैं। यो परंपरा संस्कृत, पाली, प्राकृत, अपभ्रंश बै ल्हिबेर आधुनिक भाषाओं तक फैली छु। जनूमें ‘निघंटु’ वैदिक साहित्य में शुरूवाती कोश मानी जां। ‘अमरकोष’ व ‘त्रिकांडशेष’ संस्कृतक प्रसिद्ध कोश छन। ...

कुमाउनी साहित्य की दो महत्त्वपूर्ण पुस्तकें

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               (कुमाउनी साहित्य उरातार समृद्ध हुनै जानौ। इमें साहित्यकि तमाम बिधाओं में आज साहित्य लेखी जानौ और किताब लै छपनईं। यां द्वी खास कुमाउनी किताबनकि समीक्षा करि जैरै कुमाउनी रचनाकार ललित तुलेरा   (  tulera.lalit@gmail.com)  द्वारा। कुमाउनी इंटरब्यू बिधाकि शुरुवाती किताब      कु माउनी में इंटरब्यू बिधा में कुमाउनी साहित्यकार कोश छपि रै। य किताब कुमाउनी रचनाकार राजेन्द्र ढैला द्वारा तैयार करी छु। किताब कुमाउनी इंटरब्यू बिधाकि दुसरि किताब छु। य है पैंली कुमाउनी में सात्क्षकार बिधा में पैंल किताब ‘ साहित्यकारों और लोक कलाकारों दगड़ि बातचीत’ (2016 ई.) नामलि छपि रै।   य किताब में कुमाउनी साहित्यकारोंक इंटरब्यू छन। 55 साहित्यकारोंक इंटरब्यू शामिल छन। इनूमें महिला रचनाकार 07 छन, जनूमें देवकी महरा, हंसा बिष्ट, दीपा कांडपाल, दिवा भट्ट, सरोज उपाध्याय, भगवती पनेरू, आनंदी जोशी, तारा पाठक, प्रभा पंत छन। पुरूष रचनाकारों में पान सिंह राणा, गोपालदत्त भट्ट, बिशनदत्त जोशी ‘शैलज’, ललित सिंह सिर...