कुमाउनी साहित्य की दो महत्त्वपूर्ण पुस्तकें

              


(कुमाउनी साहित्य उरातार समृद्ध हुनै जानौ। इमें साहित्यकि तमाम बिधाओं में आज साहित्य लेखी जानौ और किताब लै छपनईं। यां द्वी खास कुमाउनी किताबनकि समीक्षा करि जैरै कुमाउनी रचनाकार ललित तुलेरा  ( tulera.lalit@gmail.com) द्वारा।


कुमाउनी इंटरब्यू बिधाकि शुरुवाती किताब 

   कुमाउनी में इंटरब्यू बिधा में कुमाउनी साहित्यकार कोश छपि रै। य किताब कुमाउनी रचनाकार राजेन्द्र ढैला द्वारा तैयार करी छु। किताब कुमाउनी इंटरब्यू बिधाकि दुसरि किताब छु। य है पैंली कुमाउनी में सात्क्षकार बिधा में पैंल किताब ‘साहित्यकारों और लोक कलाकारों दगड़ि बातचीत’ (2016 ई.) नामलि छपि रै।

  य किताब में कुमाउनी साहित्यकारोंक इंटरब्यू छन। 55 साहित्यकारोंक इंटरब्यू शामिल छन। इनूमें महिला रचनाकार 07 छन, जनूमें देवकी महरा, हंसा बिष्ट, दीपा कांडपाल, दिवा भट्ट, सरोज उपाध्याय, भगवती पनेरू, आनंदी जोशी, तारा पाठक, प्रभा पंत छन। पुरूष रचनाकारों में पान सिंह राणा, गोपालदत्त भट्ट, बिशनदत्त जोशी ‘शैलज’, ललित सिंह सिराड़ी, हीरा सिंह राणा, जुगल किशोर पेटशाली, त्रिभुवन गिरि, गिरीश चंद्र बिष्ट ‘हँसमुख’, गोपाल सिंह बिष्ट, पूरन चंद्र कांडपाल, देवकीनंदन भट्ट ‘मयंक’, देवकीनंदन कांडपाल, दामोदर जोशी ‘देवांशु’, गोविंद बल्लभ बहुगुणा, रतन सिंह किरमोलिया, घनानंद पांडे ‘मेघ’, मोहन टम्टा ‘कुमाउनी’, शंकर दत्त जोशी, डाॅ. शेर सिंह बिष्ट, डाॅ. देव सिंह पोखरिया, डाॅ. कीर्तिबल्लभ शक्टा, श्याम सिंह कुटौला, केशर सिंह डंगसेरा, खुशाल सिंह खनी, डाॅ. हयात सिंह रावत, विनोद चंद्र जोशी, जगदीश चंद्र जोशी, हेमंत बिष्ट, प्रकाश चंद्र पुनेठा, ज्ञान पंत, जनार्दन उप्रेती, दीप चंद्र सिंह कार्की, उदय किरौला, डाॅ. पीतांबर अवस्थी, राजेन्द्र पंत 'राजन', महेन्द्र ठकुराठी, नारायण सिंह बिष्ट, मोहन चंद्र जोशी, डाॅ. महेन्द्र महरा ‘मधु’, राजेन्द्र सिंह रावत, दान सिंह फर्त्याल, रमेश हितैषी, प्रकाश चंद्र जोशी ‘शूल’, डाॅ. प्रदीप उपाध्याय, विनोद पंत, डाॅ. मनोज उप्रेती छन। 



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कुमाउनी साहित्यकार कोश

(कुमाउनी साक्षात्कार संग्रह)

      - राजेन्द्र ढैला

पैंल संस्करण- 2024

● कीमत- 600/- रूपैं

● पेज- 260

● छापनेर- अविचल प्रकाशन, हल्द्वानी

मो.- 9412714210, 9719417182

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यों इंटरब्यू कुमाउनी साहित्यकारोंक साहित्यकर्म कैं ल्हि बेर करि री, जमें उनर साहित्यिक परिचय और उनर व्यक्तित्वक कई पहलू यमें उजागर है री। किताब में शामिल सबै साहित्यकार कुमाउनी आधुनिक युगाक रचनाकार छन।

          यो किताब कुमाउनी इंटरब्यू बिधा में शुरुवाती किताब छु। रचनाकार राजेन्द्र ढैला द्वारा कुमाउनी में इंटरब्यू बिधा कैं अघिल बढूण में और कुमाउनी साहित्यकारोंक भेंटवार्ता माध्यमल साहित्यकारोंक बार में भलि जानकारी दिणी काम करि रौ। आस छु य किताब कुमाउनीक बिकास और उकें सँवारण में व कुमाउनी साहित्य में इंटरब्यू बिधा कैं मजबूत बणून में भौत कामकि साबित होलि।●


कुमाउनी समालोचनाकि शुरुवाती किताब छु 'आधुनिक कुमाउनी साहित्य'

कुमाउनी रचनाकार डाॅ. पवनेश ठकुराठी ज्यूक ‘आधुनिक कुमाउनी साहित्य’ किताब छपि रै। य किताब कुमाउनी समालोचना बिधा में लेखी छु जो कुमाउनी साहित्य में समालोचना बिधाकि दुसरि किताब छु। य है पैंली कुमाउनी में पैंल समालोचना बिधाकि किताब लै डाॅ. पवनेश ठकुराठी द्वारा लेखी छु, जो ‘कुमाउनी साहित्य और कुमाउनी लोक साहित्य : विविध संदर्भ’ (2016ई.) नामलि छपि रै।

    य ‘आधुनिक कुमाउनी साहित्य’ किताब पैंल भागक रूप में सामणि छु। य किताब पांच अध्यायों में बँटी छु। 

किताबक पैंल अध्याय में कुमाउनी कविता पर समालोचना करी छु। जमें गिरीश तिवाड़ी' ‘गिर्दा’, बालम सिंह जनौटी, मोहम्मद अली ‘अजनबी’, ललित मोहन पांडे, शेर सिंह मेहता, मोहन राम टम्टा, नंदाबल्लभ पांडे, श्याम सिंह कुटौला, दामोदर जोशी ‘देवांशु’, प्रकाश चंद्र पुनेठा, दिनेश भट्ट, मथुरादत्त मठपाल कुल १२ कवियोंक कविता और कविता संकलनोंक समालोचना करि रै। 

दुसर अध्याय में उपन्यास बिधा पर समालोचना करी छु, जमें कुमाउनी उपन्यासकार पं. रामप्रसाद आर्यक उपन्यास साहित्य और त्रिभुवन गिरि क ‘कल्याण’ उपन्यासकि समालोचना करी छु। 

तिसर अध्याय में कुमाउनी कहानी बिधा में तीन कहानी संग्रह कहानीकार डाॅ. हयात सिंह रावतकि ‘बौधाण’, खुशाल सिंह खनी कि ‘त्यर बुलाण’ और भैरवदत्त पांडेक कहानी संग्रह ‘माटिक मोह’ किताबों पर समालोचना करी छु। 

चौथूं अध्याय में यात्रा वृतांत संकलन  ‘सफर’, ब्यंग संग्रह ‘ठेकुवा’, नाटक बिधा में ‘राष्ट्र पहरू सिपै’ किताबोंक समालोचना करी छु। 

पचूं अध्याय में एक साहित्यकारक कुमाउनी साहित्य कैं समग्र योगदान पर समालोचना लेख लेखी छन। जनूमें कवयित्री देवकी महरा, त्रिलोक सिंह सतवाल, डाॅ. पीतांबर अवस्थी, देवकीनंदन कांडपाल, जगदीश जोशी क कुमाउनी साहित्य में समग्र योगदान पर लेख छन। 


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आधुनिक कुमाउनी साहित्य

     (शोध समालोचना)

  - डाॅ. पवनेश ठकुराठी

● पैंल संस्करण- 2022

● कीमत- 650/- रूपैं

● पेज- 195/-

● छापनेर- रवीना प्रकाशन, दिल्ली

मो.- 9528557051, 9958472570

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  'आधुनिक कुमाउनी साहित्य' किताब पैंल भाग में करीब पच्चीस साहित्यकारों रचनाओं पर समालोचना हैरै। जनूमें कविता, कहानी, उपन्यास, यात्रा वृतांत, ब्यंग, नाटक आदि बिधाओं पर कुमाउनी साहित्यकि जानकारी मिलैं। आधुनिक कुमाउनी साहित्य किताब समालोचनाकि शुरुवाती किताब छु। य बिधा में लै खूब काम हुण छु, ताकि कुमाउनी साहित्यकि समझ बढ़ि सकौ और एक उच्च डीठ वा्ल साहित्यकि रचना कुमाउनी में लै है सकौ। य किताब कुमाउनी साहित्य कैं मजबूत बणून में और कुमाउनी में समालोचना बिधा कैं बिकसित करण में मददगार साबित होलि और यैक हौर भाग लै तैयार ह्वाल, यसि आस छु। ● 






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