कुमाउनी भाषा बिकासै लिजी भईं आठ प्रस्ताव पारित, नई कार्यकारिणीक करी गो गठन





तिसर दिन 

अल्मोड़ा। पोरूं 18 दिसंबर २०२० बटी सांस्कृतिक नगरी अल्माड़ में गोविंद बल्लभ पंत राजकीय संग्रहालय में चलण लागी बारूं ‘कुमाउनी भाषा सम्मेलन’ क कंचन तिवारी ल वंदना गै बेर व मुख्य अतिथि प्रो. जगत सिंह बिष्ट ल दी जगै बेर सम्मेलनकि तिसर दिनकि शुरवात करै। सम्मेलन में तिसर दिन लै कोविड -19 महामारीक नियमोंक पालन करते हुए कार्यक्रम भईं । 


(सम्मेलन में वंदना गाते कंचन तिवारी)

       सम्मेलन में तिसर दिन कमाउनी, भाषा साहित्य एवं संस्कृति प्रचार समिति, कसारदेवी अल्मोड़ा संस्थाकि नईं कार्यकारिणी  क गठन करी गो। जमें रिटायर प्रधानाचार्य व समाजसेवी देव सिंह पिलख्वाल सर्व सम्मतिल अध्यक्ष चुनी गेईं वैं उपाध्यक्ष पद पर एडवोकेट जमन सिंह बिष्ट चुनी गेईं। कोषाध्यक्ष पद सामाजिक कार्यकर्ता महिपाल सिंह बिष्ट व उपसचिव ललित तुलेरा बणाई गईं, सचिव पद पर डॉ. हयात सिंह रावत चयनक बाद जस कै तस  बणी रई। 
    सम्मेलन में तिसर दिन समिति कार्यकारिणी गठन करी गो, कुमाउनी भाषाक उत्थानै लिजी आठ प्रस्ताव पारित करि बेर शासन कैं भेजी गो, रचनाकारों कैं पुरस्कृत करी गो। सम्मेलनकि अध्यक्षता करण लागी प्रो. जगत सिंह बिष्ट ज्यूल कौ कि ऊं समितिक दगाड़ मिलबेर कुमाउनी भाषा बिकासै लिजी काम करा्ल। सम्मेलन में संस्थाक पूर्व अध्यक्ष प्रवीण सिंह कर्म्याल, वर्तमान अध्यक्ष देव सिंह पिलख्वाल आदि लोगोंल आपणि बात धरीं । संचालन ‘पहरू’ संपादक डॉ. हयात सिंह रावत ल करौ। 

सम्मेलन में आठ प्रस्ताव पारित भईं जो यों छन- 



तिसार दिना्क पुरस्कार- 
          सम्मेलन में तिसर दिन तीन कुमाउनी रचनाकार पुरस्कृत भईं। डॉ. प्रीति आर्या कैं ‘भारतेंदु निर्मल जोशी स्मृति कुमाउनी कहानी पुरस्कार’, डॉ. पवनेश ठकुराठी कैं ‘पुष्पलता जोशी स्मृति कुमाउनी कहानी पुरस्कार’ व डॉ. दीपा कांडपाल कैं ‘जमुना देवी खनी स्मृति कुमाउनी बाल कहानी लेखन पुरस्कार’ दिई गो।
     तीन दिनी य सम्मेलन में तिसर दिन उदय किरौला, देवकीनंदन कांडपाल, आनंद बल्लभ जोशी, जगत सिंह मेहरा, किशन सिंह मलड़ा, रमेश प्रकाश पर्वतीय, राजेन्द्र रावत, महेन्द्र ठकुराठी, शशि शेखर जोशी, डॉ. कपिलेश भोज, दयानंद कठैत, कैलाश चंद्र बिनवाल, माया रावत, सुरेन्द्र सिंह, मीनू जोशी, शिवदत्त पांडे, भास्कर भौंर्याल, डॉ. ललित जलाल, डी.के.फोनिया, राकेश चंद्र,  विनीता जोशी, भुवन चंद्र जोशी, कैलाश चंद्र बिनवाल, जगदीश जोशी समेत कई भाषा प्रेमी मौजूद छी । 

सम्मेलनकि तिसर दिनकि झलक फोटकों में -



( सम्मेलनक संचालन करते ‘पहरू’ संपादक डा. हयात सिंह रावत) 


(तिसर दिन सम्मेलन में मंचासीन बौं बटि - जमन सिंह बिष्ट (एडवोकेट), देव सिंह पिलख्वाल (पूर्व प्रधानाचार्य), प्रो. जगत सिंह बिष्ट, प्रवीण सिंह कर्म्याल (पूर्व शिक्षक) 


(कार्यक्रम में मौजूद भाषाप्रेमी)


 (सम्मेलन में पुरस्कार पाते कुमाउनी रचनाकार डॉ. प्रीति आर्या)



 (सम्मेलन में पुरस्कार पाते कुमाउनी रचनाकार डॉ. पवनेश ठकुराठी)


 (सम्मेलन में पुरस्कार पाते कुमाउनी रचनाकार डॉ. दीपा कांडपाल)


 (सम्मेलन में भाषा प्रेमियोंकि ग्रुप फोटक)  
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