कोविड-19 कि चैन टोड़ो और फैलण है रोको- कुमाउनी में जागरूकता
कोविड-19 कि चैन टोड़ो और फैलण है रोको
(उत्तराखंडकि जनताक लिजी कोरोना वायरस पर सूचना पुस्तिका)
स्पष्टीकरण-
य पुस्तिका में दिई जानकारी कैं चिकित्सा सलाह, निदान या इलाजक बिकल्पक रूप में ध्यान में धरि बेर नि दिई जै रय। पुस्तिका में शामिल लेख, ग्राफिक्स, चित्र और सूचना समेत सभी सामग्री सिरफ सामान्य सूचनाक मकसदक लिजी छु। य सूचना मार्गदर्शिका आईसीएमआर, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा दिई दिशानिर्देशोंक आधार पर छु।
रोकणाक उपाय-
आपण हातों कैं बार-बार धोओ।
साबुण और पाणिक इस्तमाल करो, या कम है कम 60 फीसदी अल्कोहौल वा्ल हैंड सैनिटाइजरक
परयोग करो।
आंख, नाख या मुख कैं छुङण पर आपण हातों कैं जरूड़ धोया।
खासण या छीङण बखत आपण नाख और मुख कैं रुमावल या कुहनी मोड़ि बेर ढकि लिया।
इस्तमाल करी रुमाव कैं झट धोया और आपण हातों कैं धोया/सैनिटाइज करिया।
खुली और सार्वजनिक ठौर पर झन थुकिया।
संक्रमणक खत्र कैं कम करणक लिजी आपण और परायों बीच 6 फिटकि दूरी बणाई धरिया।
बंद जागों पर आपण और दुसरोंक बीच और लै जाधे दूरी बणाई धरिया। जभत लै लोगनक आस-पास होला
तो मास्क पैरिया।
हात झन मिलाया और लोगन कैं गव झन मिलाया।
अगर अस्वस्थ चितूंछा तो घरै में रया।
सामूहिक सभा और भीड़-भाड़ वा्ल जागों बै बचिया।
अगर तुम खांसि और सांस ल्हिण में असज चितूंछा तो डाक्टरक पास जाया।
कृपया उत्तराखंड स्टेट कंट्रोल रूम 0135-2722100, हेल्पलाइन नंबर- 104 या केंद्रीय हेल्पलाइन नंबर- 91-11-23978046 और 1075 पर फौन करिया।
मास्क कसिक पैरी जाओ-
मास्क लगूण है पैंलीे, उतारण है पैंली और उतारण बाद या क्वे लै बखत उकैं छुङणक बाद आपण हातों कैं जरूड़ साफ करिया। जाणि लिया कि य तुमर नाख, मूख औ च्यूनि कैं ढको।
अपना मास्क उतारणक बाद, उकें खुली में नि फराया बल्कन एक साफ पलास्टिक थैल में जम करिया और अगर कपड़क मास्क रोज उकैं धोया या मेडिकल मास्क छु तो कूड़दान में डलि दिया।
वॉल्व वा्ल मास्कक परयोग नि करिया।
अस्वस्थ चितूण पर कि करण चैं-
लछणों कैं पछयाणिया। कोविड-19 क सबन है खास लछण जर, खांसि और पटै (थाकि) छन।। जबकी कम खास लछणों में स्वाद या बासकि कमी, पीड़, ख्वर पीड़, गव में खराश, नाख बंद, लाल आँख, दस्त या खाल पर लाल चकत्त शामिल छन।
अगर खांसि, ख्वर पीड़, हल्क जर जस मामूली लछण लै छन तो जब तक ठिक नि है जा्न, घरै पर खुद कैं अलग- थलग धरिया। आपण आशा कार्यकर्ता या डॉक्टर दगै संपर्क लिजी हेल्पलाइन नंबर में फौन करिया। दूसरों कैं संक्रमित करण है बचणक लिजी हमेशा मेडिकल मास्क पैरिया।
अगर आपूं कैं खांसि और सांस ल्हिण में दिख्खत छु तो झट चिकित्सा मधत लिया। पैंली फौन करिया और आपण नजीकी स्वास्थ प्राधिकरण निर्देशों कैं मानिया।
आपण स्थानीय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य अधिकारियों जस बिश्वसनीय स्रोतों बै मिलणी वालि नई जानकारी बै अवगत रया।
संदिग्ध या पुष्टि करी कोविड-19 मामलोंक लिजी घरै में देखभाल -
इलाज करणी वा्ल डाक्टर द्वारा क्वे आदिम कैं हल्क/लछणहीन केसक रूप में निदेष दिई जाण और होम आइसोलेशनकि सलाह दिई जाणक बाद घर में वीक लिजी सबै जरूड़ी सुबिधाओंक दगाड़ अलग कम्र में रौणकि ब्यवस्था करी जाण चैं ताकि परिवारक हौर सदस्य यैक संपर्क में ऊण है बची रवो।
होम क्वारंटाइन वा्ल आदिम कैं चैं-
एक खूब हा्वदार और संभव है सको तो शौचालय बै जुड़ी कम्र में रवो। अगर परिवारक क्वे हौर सदस्य कैं वी कम्र में रौणकि जरूवत हो तो द्वीवों कै बीच छै फिटकि दूरी बणाई धरणकि सलाह दिई जैं।
घर में बुड़-बाड़ी, अङयाइ (गर्भवती) सैणियों, नानतिनों और दुसार बिमारी वा्ल आदिमों बै दूर रौणकि जरवत छु।
होम क्वारंटाइनकि बखतक दौरान घरक भितेर आपण औण-जाण कैं बंद धरिया। क्वे लै हालित में क्वे लै सामाजिक, धार्मिक सभा में शामिल नि होया। जस कि- ब्या, शोक आदि।
उनूकैं पन्न 1 और 2 में बताइ सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायोंक लै पालन करण चैं। यैक अलावा उनूकैं घर में हौर लोगोंक दगाड़ घरेलू समान जस- पिणक गिलास, कप, खा्णाक भा्न, तौलीे, दिसाण या हौर समान साझा करण है बचण चैं।
हर बखत सर्जिकल मास्क पैरिया। मास्क कैं हर 6-8 घंट में बदलण चैं और वीक निपटार सई तरीकल
करण चैं। डिस्पोजेबल मास्क कैं कभै लै दुबा्र इस्तमाल नि करण चैन।
होम केयरक दौरान रोगियों देखभाल करणी वालांे, करीबी संपर्कों द्वारा उपयोग करी जाणी वा्ल मास्क कैं साधारण ब्लीच घोल (5ः) या सोडियम हाइपोक्लोराइट घोल (1ः) क उपयोग करि बेर कीटाणुरहित करी जाण चैं और फिर इकैं जलै बेर या गैल खड़यै बेर निबटाई जाण चैं।
अगर लछण देखीनी (खांसि, जर, सांस ल्हिण में दिक्कत) तो तत्काल नजीकक स्वास्थ्य केंद्र कैं बतूण चैं या 011-23978046 में फौन करण चैं।
परवाराक सदस्योंक लिजी निर्देश-
होम आइसोलेशनक बखत संक्रमित आदिमक देखभालक लिजी परवार बै सिरफ एक आदिम कैंई जिम्मेदारी सौंपी जाण चैं। क्वे लै भ्यारक आदिम, पौण कैं वीक कम्र में जाणकि आज्ञा नि हूण चैन।
अगर क्वारंटाइन में रौणी वाल आदिमक संक्रमण दर जाधे है जांछ, तो वीक सबै करीबी संपर्कों कैं होम क्वारंटाइन (14 दिनोंक लिजी) हूण होल और अघिल लै हौर 14 दिनोंक लिजी या जब तलक यस मामलकि रिपोर्ट प्रयोगशाला परीक्षण में निगेटिव नि ऐ जानि तब तलक क्वारंटाइन में रौण होल।
आस-पासकि साफ-सफाइ-
क्वारंटाइन करी आदिमक कम्र (जस- बैड फ्रेम, टेबुल आदि) में बार-बार छुङी जाणी वाल जाग और वीक आस-पासाक क्षेत्रों कैं रोज साफ और कीटाणु रहित करिया।
नियमित घरेलू ब्लीच घोल, फेनोलिक कीटाणुनाशक शौचालय कैं रोज साफ और कीटाणु रहित करिया।
क्वारंटाइन करी आदिम द्वारा इस्तमाल करी जाणी वा्ल कप्ड़ और हौर समान कैं अलग से सामान्य घरेलू डिटर्जेंटक उपयोग करि बेर साफ करिया और सुखाया।
होम क्वारंटाइनक समय-
होम क्वारंटाइनकि अवधि क्वे संक्रमितक संपर्क में औण पर 14 दिनोंक लिजी जरूड़ी छु। पर अगर संदिग्ध केस (जैक संपर्क में संबंधित आदिम ऐ रौ) प्रयोगशाला परीक्षण में निगेटिव पाई जां तो 14 दिन है पैंली लै होम क्वारंटाइन खतम करी जै सकी।
कोविड-19 कैं हरूणक लिजी टिक लगवाया-
खुद कैं कोविड-19 बै बचूण और य बीमारीक प्रसार कैं सीमित करनक लिजी कोविड-19 वैक्सीनकि सारणी कैं टैम बै पुर करण महत्वपूर्ण छु।
क्या टिक सुरक्षित छना?
होइ, द्विए।
भारतीय कोविड-19 टीके, ब्वअपेीपमसक® और ब्वअंÛपद®ंक अलावा भारत सरकार द्वारा मान्यता मिली हौर कोविड-19 टिक लै सुरक्षित छन।
कि वर्तमान में कोविड-19 संक्रमण वा्ल आदिम कैं टिक लगाई जै सकीं?
कोविड-19 संक्रमण वाल आदिम बै टीकाकरण स्थल पर इकें दूसरों तलक फैलणक खत्र बढ़ सकौं। यै वील संक्रमित आदिम कैं लक्षणोंक निवारणक बाद लै 14 दिनोंक लिजी टीकाकरण रोकि दिण चैं। (संक्रमण बै निवारण और वीक बादाक 14 दिनोंक टैम पुर करणक बाद टीकाकरण केंद्र में औण है पैंली स्थानीय स्वास्थ्य प्राधिकरण कैं पैंली बतूण व वीक निर्देशोंक पालन करण जरूड़ी छु।
कि कोविड़ बै स्वस्थ हई आदिम कें वैक्सीन ल्हिण जरूड़ी छु?
होइ, य बीमारीक खिलाफ एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया बिकसित करण में मधत करलि। संक्रमण बै मुक्त है चुकी आदिम कैं चैं कि उ स्वस्थ हुणक 4-8 हफ्त बाद टिक लगवाओ या य संबंध में सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशोंक पालन करो।
संभावित बुर परभाव?
कुछेक सामान्य बुर परभाव जो आपूं कोविड-19 वैक्सीन लगूणक बाद चितै सकछा - हल्क ख्वर पीड़, इंजेक्शन ल्हिणी वालि जाग में पीड़ या सूजन, हल्क जर या चिङान। य बुर परभाव कुछेक दिनन में दूर है जाण चैनी। क्वे लै असुबिधा या शिकैतक मामिल में कृपया नजीकी स्वास्थ्य सुबिधा केंद्र पर जाया या उ स्वास्थ्यकर्मी कैं फौन करिया जैक फौन नंबर टिक लगूणक बाद प्राप्त कोविन एसएमएस में दिई जै रौ। खुद बै क्वे दवाइ या इलाज शुरू नि करिया।
टिक लगवौणक बाद आपू कैं कि सावधानी बरतणकि जरवत छु ?
यह भौतै जरूड़ी छु कि जैकें कोविड-19 वैक्सीन प्राप्त है रै, उकैं खुद कैं और आपण आस-पासाक लोगों कैं संक्रमण फैलूण बै बचूणक लिजी मास्क, द्वि गजकि दूरी और हात सैनिटाइजेशन जास कोविड-19 सई ब्यौहारक पालन करण चैं।
पंजीकरण-
मैंकैं टिक कां बै मिल सकूं?
अधिसूचित सरकारि और निजी स्वास्थ्य सुबिधाओं पर टिक मौजूद छन, जनूकैं कोविड टीकाकरण केंद्र (ब्टब्े) क रूप में जाणी जां। टिक ल्हिण है पैंली ब्व.ॅप्छ पोर्टल में रजिस्टर करिया और आपण टीकाकरण स्थल व टैम दर्ज करिया। ीजजचेरूध्ध्ूूूण्बवूपदण्हवअण्पदध्ीवउम
अगर हम पैंली बै आपण औनलाइन पंजीकरण नि करि सकन, तो मौक बै पंजीकरण कसिक करै सकनू और टिक लगै सकनू ?
जो मैंस खुद कैं औनलाइन पंजीकृत नि करवै सकन उ स्थानीय आशा कार्यकर्ता या प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मिल सकनी, जो आॅन-द-स्पाॅट पंजीकरण, सत्यापन और वी दिन टिक लगूणै लिजी कोविड टीकाकरण केंद्र (सीवीसी) तक लाभार्थियोंकि पहोंच में मधत करा्ल। सरकारि सीवीसी में कर्मचारी 45 साल है जाधे उमराक लोगों कैं मौक परै पंजीकरण करूण, अपॉइंटमेंट ल्हिण और वी दिन टिक लगूण में मधत करा्ल।
जरूड़ी कागजाद-
पंजीकरणक टैम फोटोक दगाड़ तली दिई क्वे एक आईडी, प्रमाणकि जरवत होलि:-
आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, श्रम मंत्रालयकि योजनाक तहत जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, मनरेगा, जौब कार्ड, सांसद, विधायक, एमएलसीक जारी आधिकारिक पहचान पत्र, पैन कार्ड, बैंक, डाकघर द्वारा जारी पासबुक, पेंशन दस्तावेज, केंद्र, राज्य सरकार, पब्लिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा कर्मचारियों कैं जारी करी गई सेवा, पहचान पत्र या वोटर आईडी।
अक्सर पुछी जाणी वा्ल सवाल-
अगर क्वे कैंसर, मधुमेह, उच्च रक्तचाप आदि जा्स बीमारियोंकि दवाइ ल्हिणै/ल्हिण लागि रौ तो उ कोविड-19 क टिक ल्हे सकैं/सकूं कि?
होइ, इनूमें बै एक या सकर बिमारियों वाल आदिम कैं उच्च जोखिम वाल श्रेणी में मानी जां। उनूकैं डाक्टरकि राय और निर्देशक दगाड़ कोविड-19 टिक लगूणकि जरवत छु।
कि पुरा्ण बिमारियों बै ग्रस्त आदिम टिक लगवै सकूं कि ?
होइ, हृदय, तंत्रिका संबंधी, फेफड़ों संबंधी, (पेट संबंधी), गुर्द और कैंसर आदि जा्स पुरा्ण बीमारियों वा्ल आदिम टिक लगवै सकनी। वास्तव में, जनूकैं यौं बिमारी छन उनूकैं कोविड-19 टिकोंक फैद छु। य कोरोना संक्रमण बीमारीक गंभीरता और मौतक खत्र कैं कम करण में मधतगार साबित है सकूं।
स्वास्थ्य मंत्रालयल ब्लीडिंग, रक्तस्राव या क्लॉटिंग, थक्का विकारक इतिहास वाल आदिम कैं टिक लगवौण में सावधानी बरतणकि सलाह दि रै कि?
कुछ ब्लीडिंग विकार छन- जस ‘हीमोफीलिया‘। यस आदिम कैं आपण इलाज करवौणी वाल डाक्टरकि देखभाली में टिक लगूण चैं। जो मरीज अस्पताल या आईसीयू में भर्ती छन और उनूकैं ब्लीडिंगकि समस्या छु, तो उनूकैं अस्पताल बै छुट्टी मिलण तलक टिक लगौण बै बचण चैं। हालांकि दिल और डिमाग बै जुड़ी बिमारी वाल भौत मैंस एस्पिरिन और एंटीप्लेटलेट दवाइ जस ल्वे (खून) कैं पातव करणी वा्ल दवाइन कें ल्हिनी। ऊं आपण दवाइ जारी धरि सकनी और टिक लगवै सकनी। उनर लिजी टिक बिलकुल सुरक्षित छन।
अङवाइ(गर्भावस्था) और दूद पिलूण-
अङवाइ (गर्भावस्था) कोविड-19 कैं फैलूण पर वर्तमान साक्ष्य इसार करनी कि अङवाइ सैणियों कैं संक्रमित हूणकि हालित में गैर-अङवाइ सैणियोंकि तुलना में खत्र जाधे हुंछ। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकारल दिशा-निर्देश जारी कर री कि अङवाइ सैणियों कैं कोविड-19 टिक दिई जै सकीं। कोविड-19 वैक्सीन अङवाइ रौणक दौरान कभतै लै लगाई जै सकीं और इसे जल्दी है जल्दी लगवाई जाण चैं। अङवाइ रौण में कोविड-19 वैक्सीन सुरक्षित छु। हल्क जर, इंजैक्शन वाल जागि में पीड़ या 1-3 दिनों तलक अस्वस्थ चितूण जा्स मामुली दुष्प्रभाव है सकनी। जाधे जानकारीक लिजी आपण इलाककि आशा कार्यकर्ता या नजीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करिया।
अगर क्वे अङवाइ स्यैणि कैं पैंली बै कोविड-19 है चुकि गो तो उकैं कब टिक लगाई जाण चैं ?
अगर वर्तमान अङवाइ रौणक दौरान क्वे स्यैणि कैं कोविड-19 है रौ, तो उकैं जतकाइ हुणक तुरंत बाद टिक लगाई जाण चैं।
टिक व प्रजनन क्षमता और बांझपन-
य चिंताक पिछाड़ि क्वे बैज्ञानिक प्रमाण या सच्चाई न्हैं कि टिक क्वे लै परकारल मैंस या स्यैणियों में प्रजनन क्षमता में दखल करि सको। कृपया असत्यापित स्रोतों बै फैलणी वालि यसि अफवा या जानकारी पर ध्यान झन दिया।
नानतिनों कैं टिक किलै नि लागि रय?
सामान्य अभ्यास य छु कि क्वे लै नई टिकक जांच बुड़ और ज्वानों बै करी जां और फिर सुरक्षा और परभाव कैं आकणक लिजी नानतिनों पर कमी करी जैं। वर्तमान में उपलब्ध टीकोंक मूल्यांकन ऐल तलक नानतिनान में नि करी गोय। नानतिनान में कोविड-19 टिकोंक प्रभाव और सुरक्षाक परीक्षण करणक लिजी ऐल कुछेक क्लीनिकल ट्रायल जारी छन। सकर जानकारीक लिजी कृपया नजीकी स्वास्थ्य केंद्र में मिलिया।
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