कुमाउनी लेखः घण चलूण बटी निदेशक तकक सफर - लीला टम्टा
-ललित तुलेरा
ई मेल- tulera.lalit@gmail.com
उ बखत देश कैं नई आजादी मिल रछी। गरीबी, अभाव, अशिक्षा समाज में पसरी छी। चेलि कां, लौंड लै भौत कम इस्कूल जाई करछी। उ चेलि बड़भागि हुंछी जैकें इस्कूल नसीब है सकौ और उ उच्च शिक्षा पै सकौ। शिक्षा पाणक लिजी गरीब परवार तरस छी। यस कठिन बखत में एक हुस्यार किरसाण चेलि आपण बौज्यूक कारबार में हात बटूनै पढ़ाई करनै रै। बौज्यूक पितव, ता्म, लू आदिक भा्न-कुन बणूनक कारबार छी। बौज्यू दगै भा्न-कुन बणून में हात बटूंछी। घण लै चलाई करछी। गरीबी व अभाव में बिती बचपन बै ल्हिबेर शिक्षा निदेशक बै रिटायर हुणक सफर सबन कैं सीख दिणी छु। ऊं स्वाभिमानल आपुण बा्ट बणूनै गई। समाज हित और जिंदगीक ब्यस्तता कारण उनूल ब्या नि कर और ऊं सदा समाजै लिजी लौलीन रई।
(सुश्री लीला टम्टा)
सुश्री लीला टम्टा ज्यूक जनम अल्माड़ नगरक टम्टा मुहल्ल में 04 मार्च 1938 ई. हुं भौ। आपूंक इजक नौं श्रीमती गोमती देवी और बौज्यूक नौं श्री प्रेम लाल टम्टा छी। आपूंकि पराइमरी शिक्षा दर्जा 1 बै 10 तलक पढ़ाई ‘एडम्स गल्र्स हाईस्कूल, अल्मोड़ा’ में भै, वीक बाद आपूंल इंटरकि पढा़ई 1957 ई. में ‘अल्मोड़ा इंटर काॅलेज, अल्मोड़ा’ बै पुर करै। बी.ए. ‘देवी लाल साह गंगोला डिग्री काॅलेज अल्मोड़ा’ 1959 ई. में करौ और ‘आगरा विश्वविद्यालय’ बै 1960 ई. में एक सालक बी.टी. पास करौ।
पढ़ाई बाद आपूंल करीबन 36 साल तक उत्तराखंड में कई सरकारि पदों में रै बेर सेवा करै। सन 1961 ई. में आपूंकैं सहायक बालिका विद्यालय निरीक्षिका पदै लिजी छांटी गो। य पद पर पैंल नियुक्ति 6 मार्च 1961 हुं उत्तरकाशी जिल्ल में मिलै। उत्तरकाशी में तीन सालकि सेवा बाद यई पद पर आपूंकि बदइ पिथौरागढ़ जिल्ल में कर दिई गे। यां लंब टैम तक काम करी बाद 27
जुलाई 1974 हुं उप प्रधानाचार्य पद पर कन्या रा.इ.काॅ. रायबरेली में बदइ भै।
बाद में अलमाड़ में आपूकैं उप बालिका विद्यालय निरीक्षिका पद मिलौ। 25 सितंबर 1976 हुं बेसिक शिक्षा अधिकारी पद में टिहरी में नियुक्ति मिलै। यांई 22 नवंबर 1979 हुं पदोन्नति है बेर फिर आपूंकैं प्रौढ़ शिक्षा अधिकारी टिहरी बणाई गो। य पद में उनूल 01 नवंबर 1981 हुं अल्मोड़ा और यैक बाद 01 जनवरी 1990 हुं नैनीताल जिल्ल में पदभार समालौ। य पद पर करीबन तीन साल तकल नौकरी करणा बाद आपूकैं सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक पौढ़ी गढ़वाल 01 जनवरी 1993 हुं बणाई गो। य पद में करीब द्वी साल तलक काम करणा बाद आपूकैं 18 फरवरी 1995 हुं गढ़वाल मंडलक उप शिक्षा निदेशक बणाई गो। 31 मार्च 1966 ई. हुं उप शिक्षा निदेशक गढ़वाल मंडल बै रिटायर भईं।
आपणि सरकारि सेवाकाल में आपूंल शिक्षा क्षेत्र में मन लगै बेर काम करौ। गढ़वाल में जो गों में गाड़ी लै नि जै रछी, निरीक्षण लिजी वांक इस्कूलों में, गौं-गौं पैदल र्गइं। प्रौढ़ शिक्षा अधिकारी पद में रौण बखत उनूल साक्षरता निकेतन लखनऊ में नव साक्षरों लिजी बणाई जाणी वा्ल पाठ्यक्रम बणा। प्रौढ़ौ लिजी लागू किताबन में लेखनक काम लै करौ।
उपभोक्ता संरक्षण फोरम में रौण तकान ‘कुछ खरीदने से पहले’ किताब लेखै। यैक अलावा उनूल ‘न्याय देवता गोलज्यू’, ‘मोहनियां’, ‘हिरमा’ किताब लेखी।
1996 ई. में सरकारि सेवा बै मुक्ति बाद सामाजिक कामों में आपूं कैं ब्यस्त धरौ। उनूल ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी’ कि सदस्यता ल्हे। साल 1998 ई. में अल्माड़ में बुजुर्गोंक हितों लिजी ‘डे केयर सेंटर’ संस्था बणै, तब बै 2012 ई. तलक संस्थाक सचिव पद पर रई और 2015 ई. में संस्थाक अध्यक्ष रईं। 1997 ई. बै 2008 तलक यों एआईसीसी (ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी) में उत्तराखंड प्रदेश महामंत्री पद में रईं। 1997 ई. बै 2002 ई. तलक ‘जिला उपभोक्ता संरक्षण फोरम’ अल्मोड़ाक सदस्य और 1997 ई. बै 2002 ई. तलक ‘जिला बाल कल्याण बिभाग’ में नामित सदस्य लै रईं। 2000 ई. बै अल्मोड़ा अर्बन कोआॅपरेटिव बैंक लि. में सदस्य रूप में जुड़ी और 2004 ई. बै 2018 ई. तलक यई बैंक में डायरेक्टर पद में सेवा दे।
15 अक्टूबर 2001 बै 07 दिसंबर 2004 ई. तलक आर्य कन्या इंटर काॅलेज, अल्मोड़ा में प्रबंधक पद पर रई। ऐल ऊं ‘अल्मोड़ा अर्बन कोऑपरेटिव बैंक लि.’, ‘महिला कल्याण समिति’ व ‘उत्तराखंड सेवा निधि’ में सदस्य छन।
आपूंकैं शिक्षा और सामाजिक कामों लिजी कयेक पुरस्कार और सम्मान मिली छन। जनूमें ‘स्व. राम प्रसाद टम्टा गौरव सम्मान’, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर अल्मोड़ा जिला प्रशासन व नगर पालिका अल्मोड़ा द्वारा सम्मानित करी गो।
लीला टम्टा ज्यूल आपणि जिंदगी सादगी, समाज में मेलजोल और सबनक दगाड़ भल ब्यौहार करि बेर बितै। समाज में शिक्षाक परचार-परसार में, सामाजिक कामों में हमेशा अघिल रई। ऐल ऊं आपण परिवार दगाड़ अल्मोड़ा नगर में थाना बजार में टम्टा मुहल्ला में रौनी।
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