कुमाउनी भाषा में इस वर्ष (२०२४) की नौ लेखन पुरस्कार योजनाएं
कुमाउनी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति प्रचार समिति कसारदेवी, अल्मोड़ा व ‘पहरू’ कुमाउनी मासिक पत्रिका द्वारा साल 2010 बटी कुमाउनी भाषा में कुमाउनी साहित्य और भाषा बिकासै लिजी साहित्यकि तमाम बिधाओं में लेखन पुरस्कार योजना चलाई जानई। य लेखन योजनाओंल कुमाउनी में साहित्यकि नई गङ बगै। जां एक तरफ कुमाउनी साहित्य में नई नई बिधाओं में कुमाउनी साहित्य लेखी जै सकौ, तो वांई कुमाउनी में लेखण-पढ़नक लै रिवाज बढ़ौ। नई लेखार लै सामणि आई और कुमाउनी में उरातार साहित्यक बिकास हुनै गो। कुमाउनी में गद्य और पद्य में आज जाधेतर साहित्य य लेखन योजनाओंकि लै उपज छु। य लेखन योजनाओंक बदौलतक कुमाउनीक कयेक लेखारोंल साहित्यक नई बिधाओं में कलम उठा।
अलीबेर (2024) लै हौर सालोंक चारि समिति व ‘पहरू’ पत्रिका द्वारा 09 लेखन योजना चलाई जानई। यों 09 लेखन पुरस्कार योजना यों छन-
अरूण कुमार भट्ट स्मृति बाल कहानी लेखन पुरस्कार योजना
‘कलावती साहित्य पुरस्कार ट्रस्ट’ अल्मोड़ा द्वारा दिई मधतल कुमाउनी भाषा में बाल कहानी विधा में लेखन कें बढ़ावा दिनै लिजी ‘अरूण कुमार भट्ट स्मृति बाल कहानी लेखन पुरस्कार योजना’ चलाई जनै। यो लेखन योजना में क्वे लै उमराक लेखार भाग ल्ही सकनी। बाल कहानि मौलिक एवं अणछपी हुण चैं। रचना में शुरू या आंखिर में कैं लै आपुण नाम झन लेखिया। रचना भेजन बखत जो चिट्ठी भेजला, उमें रचना शीर्षक व आपुण नाम लेखि दिया। प्राप्त कहानियों बटी निर्णायक मंडल द्वारा तीन अब्बल कहानियों कैं छांटी जा्ल और उन कहानिकारों कैं समारोह में पुरस्कृत करी जा्ल व रचनाओं कैं ‘पहरू’ में छापी जा्ल।
भारतेन्दु निर्मल जोशी स्मृति कुमाउनी समालोचना लेखन पुरस्कार योजना
जगदीश जोशी, से.नि. शिक्षक, भगवानपुर जयसिंह, हल्द्वानी द्वारा दिई मधतल कुमाउनी भाषा में ‘समालोचना’ विधा में लेखन कें बढ़ावा दिनै लिजी ‘भारतेन्दु निर्मल जोशी स्मृति कुमाउनी समालोचना लेखन पुरस्कार योजना’ उरयाई जनै। यो योजना में क्वे लै भाग ल्ही सकनी। समालोचनात्मक लेख मौलिक एवं अणछपी हुण चैं। रचना में शुरू या आंखिर में कांई लै आपुण नाम झन लेखिया। रचना भेजन बखत जो चिट्ठी भेजला, उमें रचना शीर्षक व आपुण नाम लेखि दिया। प्राप्त लेखों बटी निर्णायक मंडल द्वारा तीन अब्बल रचनाओं कैं छांटी जा्ल और उन रचनाकारों कैं समारोह में पुरस्कृत करी जा्ल और रचनाओं कैं ‘पहरू’ में छापी जा्ल।
बचुली देवी रावत स्मृति रिपोर्ताज लेखन पुरस्कार योजना
‘इन्द्रसिंह-आनसिंह स्मृति सार्वजनिक न्यास झालडुँगरा’ अल्मोड़ा द्वारा दिई आर्थिक मधतल कुमाउनी भाषा में रिपोर्ताज विधा में लेखन कें बढ़ावा दिनै लिजी ‘बचुली देवी रावत स्मृति रिपोर्ताज लेखन पुरस्कार योजना’ उरयाई जनै। यो योजना में क्वे लै उमराक लेखार भाग ल्ही सकनी। रिपोर्ताज रचना अणछपी व मौलिक हुण चैं। रचना में शुरू या आंखिर में कैं लै आपण नौं झन लेखिया। रचना भेजन बखत जो चिट्ठी भेजला, उमें रचनाक शीर्षक व आपुण नाम लेखि दिया। प्राप्त रिपोर्ताज रचनाओं बटी निर्णायक मंडल द्वारा तीन अब्बल रचनाओं कैं छांटी जा्ल और उन लेखारों कैं समारोह में पुरस्कृत करी जा्ल तथा रचनाओं कैं ‘पहरू’ में छापी जा्ल।
गोविन्द सिंह बिष्ट स्मृति शब्दचित्र लेखन पुरस्कार योजना
श्रीमती नीलम नेगी, से.नि. प्रधानाचार्य, मु. चैधरीखोला, अल्मोड़ा द्वारा दिई मधतल कुमाउनी भाषा में शब्दचित्र विधा में लेखन कें बढ़ावा दिनै लिजी ‘गोविन्द सिंह बिष्ट (पूर्व विधायक) स्मृति शब्दचित्र लेखन पुरस्कार योजना’ चलाई जनै। यो लेखन योजना में क्वे लै उमराक लेखार भाग ल्ही सकनी। हरेक प्रतिभागी कें एक शब्दचित्र भेजन छ। शब्दचित्र मौलिक एवं अणछपी हुण चैं। शब्दचित्र रचना में शुरू या आंखिर में कैं लै आपुण नाम झन लेखिया। शब्दचित्र भेजन बखत दगाड़ में जो चिट्ठी भेजला, उमें रचना शीर्षक व आपुण नाम लेखि दिया। शब्दचित्र रचनाओं बटी निर्णायक मंडल द्वारा तीन अब्बल शब्दचित्रों कैं छांटी जा्ल और उनार लेखारों कैं समारोह में पुरस्कृत करी जा्ल व शब्दचित्र ‘पहरू’ में छापी जा्ल।
कुँवर दलीप सिंह बिष्ट स्मृति बाल नाटक लेखन पुरस्कार योजना
बी.एस.एफ. बै रिटायर सूबेदार श्री रूप सिंह बिष्ट, रैथमी ग्रा.-तल्ली नाली, सेराघाट, जिला-अल्मोड़ा द्वारा दिई मधतल कुमाउनी भाषा में बाल नाटक लेखन कें बढ़ावा दिनै लिजी ‘कुँवर दलीप सिंह बिष्ट स्मृति बाल नाटक लेखन पुरस्कार योजना’ चलाई जनै। यो लेखन योजना में क्वे लै उमराक लेखार भाग ल्ही सकनी। हरेक प्रतिभागी कैं एक बाल नाटक भेजन छु। बाल नाटक मौलिक एवं अणछपी हुण चैं। बाल नाटक में शुरू या आंखिर में कैं लै आपुण नाम झन लेखिया। बाल नाटक भेजन बखत जो चिट्ठी भेजला, उमें बाल नाटक शीर्षक व आपुण नाम लेखि दिया। प्राप्त बाल नाटकों बटी निर्णायक मंडल द्वारा तीन अब्बल बाल नाटकों कैं छांटी जा्ल और उनार लेखारों कैं समारोह में पुरस्कृत करी जा्ल व बाल नाटकों कैं ‘पहरू’ में छापी जा्ल।
कुसुम ऐठाणी स्मृति कुमाउनी बाल कविता पुरस्कार योजना
श्री लक्ष्मण सिंह ऐठाणी, से.नि. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, रैथमी- ग्रा.-भानी (भराड़ी), जि.-बागेश्वर, हाल-मल्ला चैसार, अल्मोड़ा द्वारा आपणि इजकि याद में दिई आर्थिक मधतल कुमाउनी भाषा में बाल कविता लेखन कैं बढ़ावा दिणै लिजी ‘कुसुम ऐठाणी स्मृति बाल कविता लेखन पुरस्कार योजना’ चलाई जनै। यो योजना में क्वे लै उमराक लेखार भाग ल्ही सकनी। बाल कविता मौलिक और अणछपी हुण चैनी। कविताओं में शुरू या आंखिर में कैं लै आपण नाम झन लेखिया। कविता भेजण बखत दगाड़ में जो चिट्ठी भेजला उमें आपण नौं और कविता शीर्षक लेखि दिया। पुरस्कार योजना में 05 बाल कविता भेजन छन। प्राप्त रचनाओं बटी निर्णायक मंडल द्वारा तीन रचनाकारोंक रचनाओं कें छांटी जा्ल और उनार लेखारों कें समारोह में पुरस्कृत करी जा्ल व कविताओं कैं ‘पहरू’ में छापी जा्ल।
शंकर लाल साह स्मृति कुमाउनी निबंध लेखन पुरस्कार योजना
श्रीमती चन्द्र प्रभा साह, अल्मोड़ा द्वारा आपुण घरवावै याद में दिई आर्थिक मधतल कुमाउनी भाषा में निबंध लेखन कें बढ़ावा दिनै लिजी ‘शंकर लाल साह स्मृति कुमाउनी निबंध लेखन पुरस्कार योजना’ उरयाई जनै। बैज्ञानिक, साहित्यिक, सांस्कृतिक तथा समाज, राज्य, देश व बिश्व स्तरीय ज्वलंत समस्याओं आदि बिषयों बै क्वे एक बिषय पर निबंध लेखन छ। यो लेखन योजना में क्वे लै उमराक लेखार भाग ल्ही सकनी। हरेक प्रतिभागी कैं एक निबंध भेजन छ। निबंध मौलिक एवं अणछपी हुण चैं। रचना में शुरू या आंखिर में कांई लै आपुण नाम झन लेखिया। रचना भेजन बखत जो चिट्ठी भेजला, उमें रचनाक व आपुण नाम लेखि दिया। प्राप्त निबंधों बटी निर्णायक मंडल द्वारा तीन अब्बल निबंधों कैं छांटी जा्ल और उनार लेखारों कैं समारोह में पुरस्कृत करी जा्ल और निबंधों कैं ‘पहरू’ में छापी जा्ल।
जमुना देवी खनी स्मृति कुमाउनी हास्य ब्यंग लेखन पुरस्कार योजना
श्री खुशालसिंह खनी, से.नि. शिक्षक, ग्राम नैनी, जागेश्वर, जिला अल्मोड़ा द्वारा दिई आर्थिक मधतल कुमाउनी भाषा में हास्य ब्यंग लेखन कैं बढ़ावा दिनै लिजी ‘जमुना देवी खनी स्मृति कुमाउनी हास्य ब्यंग लेखन पुरस्कार योजना’ आयोजित करी जनै। यो योजना में सब लोग भाग ल्ही सकनी, उमरक के प्रतिबंध न्हां। हास्य ब्यंग रचना मौलिक एवं अणछपी हुण चैं। हास्य ब्यंग रचना में शुरू या आंखिर में कैं लै आपण नाम झन लेखिया। हास्य ब्यंग रचना भेजण बखत दगाड़ में जो चिट्ठी भेजला उमें आपण हास्य ब्यंग रचनाक नाम जरूर लेखि दिया। प्राप्त हास्य ब्यंग रचनाओं बटी निर्णायक मंडल द्वारा तीन अब्बल हास्य ब्यंग रचनाओं कें छांटी जाल और उन हास्य ब्यंग लेखारों कें समारोह में पुरस्कृत करी जाल और हास्य ब्यंग रचनाओं कैं ‘पहरू’ में छापी जा्ल।
तारा जोशी स्मृति लेखन पुरस्कार योजना
ब्रिगेडियर (से.नि.) धीरेश कुमार जोशी, निवासी- पीली कोठी, हल्द्वानी द्वारा आपणि इज (स्व. तारा जोशी, शिक्षिका) याद में दिई आर्थिक मधतल कुमाउनी भाषा में नानतिनोंक लेखन कैं बढ़ावा दिणै लिजी ‘तारा जोशी स्मृति लेखन पुरस्कार योजना’ चलाई जनै। यो योजना में अठार साल है कम उमराक नाननित भाग ल्ही सकनी। यो लेखन योजना में क्वे लै सामाजिक बिषय पर लेख, कहानि, निबंध, नाटक, यात्रा वृतांत, संस्मरण, कविता (05) लेखी जै सकनी। रचना अणछपी और मौलिक हुण चैं। रचना में शुरू या आंखिर में कांई लै आपण नाम झन लेखिया। रचना भेजन बखत जो चिट्ठी भेजला, उमें आपण नाम, पत्त, मोबाइल नंबर और रचनाक शीर्षक लेखि दिया, दगाड़ में जन्म प्रमाण पत्र लै भेजिया। प्राप्त रचनाओं बटी निर्णायक मंडल द्वारा अब्बल रचनाओं कैं छांटी जा्ल और उनर लेखारों कैं पुरस्कृत करी जा्ल व रचनाओं कैं ‘पहरू’ में छापी जा्ल।
● रचना हातल लेखी या टाइप दुवै माध्यमों में स्वीकार छन।
● रचना भेजणकि आखिरी तारीख 30 सितंबर 2024 छु।
● रचना य पत्त पर भेजण छन-
संपादक-
‘पहरू’ कुमाउनी मासिक पत्रिका
इंद्रसदन, सुनारीनौला, अल्मोड़ा-263601
(उत्तराखंड)
● ईमेल- pahru.uttarakhand@gmail.com में लै भेजी जै सकनी।
लेखन योजनाओं बै जुड़ी सकर जानकारी लिजी 'पहरू' वटसप/ मुबाइल नंबर पर संपर्क करिया- 9412924897
● नियम व शर्त लागू छन।
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